Wednesday, November 14, 2018

सर्वश्रेष्ठ नाटकीय अनुभवों व अभिव्यक्तियों के माध्यम से मनायाजायेगा बचपन का उत्सव “जश्नेबचपन”


शहज़ाद अहमद / नई दिल्ली
17 से 25 नवंबर तक आयोजित होने जा रहे जश्नेबचपन में स्विट्ज़रलैंड, श्रीलंका एवं इंडोनेशिया सहित दुनियाभर के लगभग  511 कलाकारों की भागीदारी रहेगी
 रंगमंच की युवा प्रतिभाओं के लिए अच्छी खबर है। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ने17 नवंबर से बच्चों के लिए शुरू होने जा रहे बहुप्रतीक्षित अंतरराष्ट्रीय रंगमंच उत्सव- जश्नेबचपन की आज यहांघोषणा की। एनएसडी की  टीआईई (थियेटर-इन-एजुकेशन) कंपनी के अंतर्गत जीवंत नाटकों के 14 वें संस्करण मेंसम्मुख, अभिमंचख् अभिकल्प एवं लिटिल थिएटर ग्रुप (एलटीजी) ऑडिटोरियम में स्विट्ज़रलैंड, श्रीलंका औरइंडोनेशिया के साथ-साथ भारतीय कलाकारों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देखने को मिलेंगे।
बच्चों का यह नौ-दिवसीय रंगमंच अनुभव, जश्नेबचपन एकता और अखंडता का एक वास्तविक उदाहरण है,क्योंकि विभिन्न क्षेत्रों एवं भाषाओं के नाटक यहां एक ही छत के नीचे मंचित किये जायेंगे। फेस्टिवल में बच्चों केसाथ और बच्चों के लिए काम करने वाले कुछ सबसे प्रतिष्ठित और साथ ही उभरते थिएटर निदेशकों को पेश कियाजायेगा।
इस वर्ष भारत के 21 और विदेशों के तीन समूह अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे, जिनमें श्रीलंका (नॉन-वर्बल),स्विट्जरलैंड (अंग्रेजी) और इंडोनेशिया (जावानी) शामिल होंगे। भारत के विभिन्न राज्यों, जैसे महाराष्ट्र, राजस्थान,गुजरात, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, केरल, उत्तर प्रदेश, असम, मणिपुर और त्रिपुरा आदि से प्राप्त 221 प्रविष्टियों में सेकुल 24 समूहों का चयन किया गया है। नाटकों का मंचन नि:शब्द, अंग्रेजी, हिंदी व अन्य विदेशी भाषाओं केअलावा बंगाली, मराठी, असमिया और मलयालम जैसी स्थानीय भाषाओं में किया जाएगा।
पिछले संस्करणों के समान ही, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के परिसर को बच्चों के मेला में परिवर्तित कर दियाजाएगा, क्योंकि उत्सव में 500 से अधिक थिएटर प्रेमियों के भाग लेने की उम्मीद है। उद्घाटन समारोह 17 नवंबरको एनएसडी परिसर में शाम 5.30 बजे आयोजित होगा, जिसके बाद उड़ान नामक एक संगीत व नृत्य प्रदर्शनहोगा।  इसमें थांगटा पंग चोलम (मणिपुर), कालबोलिया (राजस्थान), गोटिपुआ (उड़ीसा) और भांगड़ा/ लोकसंगीत (पंजाब) जैसे समूहों द्वारा चार प्रस्तुतियां दी जायेंगी। डॉ. लईक हुसैन के मार्गदर्शन में असम (बिहू),सिक्किम (शेर नृत्य), नागालैंड (काबुल नागा नृत्य) और मणिपुर (स्टिक बैलेंस) जैसे भव्य कार्यक्रम मुख्य आकर्षणरहेंगे।

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