Sunday, September 16, 2018

फ़िल्म समीक्षा मनमर्ज़ीयाँ



शहज़ाद अहमद - नई दिल्ली

बॉलीवुड डेस्क. रूमी और विक्की की सम्मोहित करने वाली कैमिस्ट्री, जुनूनी प्यार, पागलपन और अनुराग कश्यप वाला स्टाइल। मनमर्जियां कुल मिलाकर इन सारे कंटेंट से मिलकर बनी ऐसी फिल्म है जो लव स्टाेरीज के पुराने सबजेक्ट पर भी एकदम ताजा डिश लगी है। कहीं-कहीं ये कहानी संजय लीला भंसाली की 'हम दिल दे चुके सनम' की याद दिलाती है लेकिन, इसके ट्रीटमेंट, डायरेक्शन और डायलॉग से अलग रास्ते पर निकल जाती है। यह कमाल राइटर 'कनिका ढिल्लन' का है, जिन्होंने डायलॉग और स्क्रीन प्ले लिखा है।

ऐसी है मनमर्जियां
 : कश्यप की कहानी में एक्साइटमेंट बना रहता है, रूमी शादी की रात भाग जाती है। कुछ ऐसे जैसे एलीमेंट आपको बार-बार चौंकाते हैं। फिल्म के किरदार आपका मन मोह लेते हैं। कश्यप की फिल्मों में नायिकाएं हमेशा सशक्त, स्वतंत्र होती हैं रूमी भी वैसी ही है। वह प्यार के लिए गुप्त मीटिंग की शुरूआत करती है, वह चाहती है कि उसका प्रेमी उसे कमिटमेंट दें भले ही वह शादी नहीं करना चाहता। उसे खुद पर गर्व है। वह अपनी खुशी पाने के लिए थोड़ी स्वार्थी है, जब परिस्थितियां उसके पक्ष में नहीं तब भी वह खुशी ढूंढ ही लेती है। उसका प्रेमी विक्की कमजोर, अनिश्चित और चंचल है, जिसे ज्यादातर समय नहीं पता होता कि वह क्या चाहता है। कश्यप की मनमर्जियां के किरदार रियल और आसपास मौजूद किरदारों को पेश करके कहानी को परफेक्ट बनाते हैं। तीनों मुख्य पात्रों के पैरेंट्स के किरदार बढ़िया हैं जो कहानी को आगे ले जाते हैं।

फिल्म की मुख्य जोड़ी में जिंदादिल रूमी (तापसी पन्नू) और कूल डूड विक्की संधू उर्फ डीजे सेंडज (विकी कौशल) अमृतसर के सामान्य प्रेमी नहीं हैं। वे अपनी इमेज को ताक पर रखकर बंद दरवाजों के अंदर मिलना जारी रखते हैं, जबकि इसके बारे में उनका पूरा मोहल्ला जानता है। उनको देखकर ऐसा लगता है कि वे जिंदगी साथ में बिताना चाहते हैं। रूमी, विक्की से कमिटमेंट चाहती है लेकिन विक्की अभी इसके लिए मैच्योर नहीं है। इस बीच रॉबी (अभिषेक बच्चन) की एंट्री होती है जो कि लंदन का स्मार्ट बैंकर है। रॉबी, रूमी के लिए अरैंज मैरिज का परफेक्ट मैच है। वह, रूमी के रिलेशनशिप के बारे में जानता है लेकिन, इतनी आसानी से जाने देना नहीं चाहता।
तापसी को अपनी एक्टिंग दिखाने शानदार प्लेटफॉर्म मिला है। रूमी भावनाओं से भरी है और आपको भी ले जाती है। विक्की ने संजू के बाद फिर से असाधारण काम किया है। उनका किरदार भविष्य के बारे में बेफ्रिक, गैर जिम्मेदार व्यक्ति से होते हुए जुनूनी आदमी तक पहुंचता है। तकरीबन 2 साल बाद सिल्वर स्क्रीन पर वापसी कर रहे अभिषेक ने इस फिल्म में बेहतरीन अभिनय किया है। जितनी उनसे अपेक्षा की जाती है उससे कहीं ज्यादा।


क्रिटिक रेटिंग 2.5/ 5

स्टार कास्ट तापसी पन्नू, विक्की कौशल,

 अभिषेक बच्चन

डायरेक्टरअनुराग कश्यपप्रो



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